Thursday, December 13, 2012

सुखी वैवाहिक जीवन का रहस्य


एक दंपति का वैवाहिक जीवन 60 वर्ष से अधिक हो चुका था। उन्होंने एक - दूसरे से कभी कोई बात नहीं छुपायी। वे सभी मसलों पर आपस में बात किया करते थे। उनके बीच में कभी कोई रहस्य नहीं था, सिवाय एक जूते के डिब्बे के, जो उस वृद्ध महिला की अल्मारी में ऊपर की ओर रखा रहता था। महिला ने अपने पति को यह कह रखा था कि वह कभी भी उस डिब्बे को खोलकर न देखे।
पति ने भी इतने वर्ष उस डिब्बे की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। एक दिन वह बुजुर्ग महिला बहुत बीमार पड़ गयी। डॉक्टरों ने बताया कि उसके बचने की उम्मीद बहुत कम है। एक - दूसरे के मध्य सभी शेष विषयों की जानकारी लेने के उद्देश्य से पति उस जूते के डिब्बे बिस्तर पर पड़ी महिला के पास लेकर पहुंचा।
महिला ने भी माना कि जूते के डिब्बे के रहस्य से पर्दा उठाने का यही सही वक्त है। जब पति ने उस डिब्बे को खोला तो उसमें कढ़ाईकारी की हुयीं दो गुड़ियां और $ 95000/- मिले।
पति ने इसके बारे में जानना चाहा। महिला ने उत्तर दिया - "जब हमारी शादी हुयी थी तो मेरी दादी ने मुझे सुखी वैवाहिक जीवन के रहस्य के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि मैं कभी भी तुमसे बहस न करूं। यदि मुझे कभी तुम्हारे ऊपर गुस्सा आये तो मैं चुप रहूं और अपना ध्यान गुड़िया को सजाने के लिए की जाने वाली कढ़ाईकारी पर लगा दूं।"
उस वृद्ध पुरुष की आँखों में खुशी के आंसू छलक आये। डिब्बे में सिर्फ दो गुड़िया थीं। पति यह सोचकर भी खुश था कि इतने वर्षों के लंबे वैवाहिक जीवन में उसने सिर्फ दो बार ही अपनी पत्नी का दिल दुखाया था।
"लेकिन प्रिये! यह तो हुयी गुड़िया की बात। फिर इतने सारे पैसों का क्या रहस्य है? ये कहाँ से आये?"
पत्नी ने उत्तर दिया - "ओह! ये पैसा मैंने उन गुड़ियों को बेचकर कमाया है।"

No comments:

Post a Comment